प्रज्ज्वलित हैं वक़्त से गिरते पलों की कुछ सुर्ख परछाइयाँ जिनके आभास को अपनी मुट्ठी में बंद कर लेने कि एक अंतहीन तड़प, दृश्य को अदृश्य में परिणत करती हुई इस ठहरे बहाव की एक निरी सच्चाई, मेरे मूक होते हुए शब्दों में कुछ कहती हुई चुप हो जाती है | मैं अपने रेखाचित्रों की लकीरों में, रंग भरी तूलिका से अपने कैनवास के स्पर्श में, पंक्तियों में बिखरते शब्दों में और इस तरह कई बार अपनी लेखनी और कागज़ के बीच की छटपटाहट में, मानव चेतना के छलावे को अक्सर खोजती हूँ|
Sunday, March 16, 2014
Saturday, March 15, 2014
वो हल्का सा गुलाल-
''होली आई रे आई होली आई रे '' (चर्चा मंच-1554)
आँखों की जलती बुझती रौशानी के बीच कहीं
आँखों की जलती बुझती रौशानी के बीच कहीं
पेस्टल चित्र - मीना द्वारा रचित |
वो हल्का सा गुलाल-
क्षितिज के मद्धम से अंधरों को अपने में समेटे
चाँद की पेशानी पर
टिमटिमाता है अबीर बन
हर पूनम को
वो हल्का सा गुलाल-
आस लगाये बैठी हूँ
उस होली की सुबह का
जब ये चाँद पूनम से उतर कर
अमावास के गुलाल में सितारे भरकर
मेरे मन के अंधेरों की पेशानी पर
इन्द्रधनुश सा रौशन होगा।
मेरा जीवन
अमावास से बने उजालों के
एक अथाह सागर में भीगा होगा।
Thursday, March 13, 2014
Wednesday, March 12, 2014
Tuesday, March 11, 2014
Monday, March 10, 2014
Sunday, March 2, 2014
शून्य की परछाईं
(Photo credit: Wikipedia) |
सितारों में लीन हो चुके हैं स्याह सन्नाटे
ख़लाओं को हाथों में थामें
रोशनी को अपनी
ढलती चाँदनी की चादर पर बिखराता
Friday, February 28, 2014
औरत
ये वह शक्ति है जिसकी कोख में जीवन पनपता है
वो ताकत है
जो सितारों भरी क़ायनात को जन्म देती है,
जीवन को जगमगाहट और नज्जारों को इल्म देती है,
धरा पे उगते फूलों, पौधों और पेड़ों को सींच देती है
कहीं शबरी, कहीं मीरा, तो कहीं रानी झाँसी का रूप लेती है
ये औरत है जो रण में जाते वीरों को विजय तिलक देती है
ये औरतहै, निर्भय है,
निर्भयता को जन्म देती है।
-©मीना चोपड़ा
मीना द्वारा निमित पेस्टल चित्र |
जो सितारों भरी क़ायनात को जन्म देती है,
जीवन को जगमगाहट और नज्जारों को इल्म देती है,
धरा पे उगते फूलों, पौधों और पेड़ों को सींच देती है
कहीं शबरी, कहीं मीरा, तो कहीं रानी झाँसी का रूप लेती है
ये औरत है जो रण में जाते वीरों को विजय तिलक देती है
ये औरतहै, निर्भय है,
निर्भयता को जन्म देती है।
-©मीना चोपड़ा
Thursday, February 27, 2014
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